केले का नियमित रूप से सेवन करने के 10 स्वास्थ्य लाभ।

 

1. यह कैल्शियम के नुकसान को रोकता है :-  

केला  कैल्शियम के नुकसान को रोकता है जिसका मतलब है कि शरीर इस खनिज को अधिक अवशोषित कर सकता है। इसलिए, आपकी हड्डियां और दांत ज्यादा मजबूत होंगे।

2. यह आपको एक बेहतर व्यक्ति बनाता है:-

केले में पोटैसियम की अधिक मात्रा पायी जाती है जो आपके मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं और आपके संज्ञानात्मक और तर्क क्षमता को प्रभावित करते हैं। मस्तिष्क की उचित गतिविधि के लिए पोटेशियम बहुत ही आवश्यक है। जो प्रतिदिन केले के सेवन से प्राप्त हो सकता है।

3. यह किडनी स्टोन्स और किडनी कैंसर को रोकने में मदद करता है:

जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि केले में कैल्शियम की मात्रा भरपूर होती है  जो किडनी की पथरी के गठन को रोकने में बहुत मदद करता  है। इसके अलावा, कैल्शियम अवशोषण से गुर्दे के कैंसर की रोकथाम में भी मदद मिलेगी।

4. केला एनीमिया से लड़ने में मदद करते हैं:-

केले में उपस्थित लोहे की बड़ी मात्रा आपके रक्त को मजबूत करने के लिए उत्कृष्ट बनाती है और आपको एनीमिया से लड़ने में भी मदद करती है।

5. यह उचित पाचन में सहायता करता है:-

केले में उत्तम आहार  फाइबर होता है जो अपच और कब्ज को रोकने में मदद करता  है। वे आंत्र गतिशीलता की सामान्य प्रक्रिया में मदद करता हैं।

6. यह रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है :-

केले में रक्त शर्करा को नियंत्रित करने की प्रक्रिया में मदद करने की क्षमता होती है। तो, केले मधुमेह से पीड़ित लोगों की मदद कर सकते हैं। दूसरी ओर, अवसाद, पीएमएस के लक्षणों से लड़ने में मदद करता है और आम तौर पर आपके मनोदशा में सुधार करता है।

7. यह आपको हार्ट अटैक और स्ट्रोक से बचा सकता है:-

केले पोटैशियम से भरपूर होते हैं लेकिन सोडियम में कम होते हैं। इसलिए, जो लोग नियमित रूप से केले का सेवन कर रहे हैं, उनमें दिल का दौरा पड़ने या स्ट्रोक से पीड़ित होने की संभावना कम होती है।

8. यह डिप्रेशन से लड़ता है:-

केले में पाया जाने वाले ट्रिप्टोफैन,का जब सेवन किया जाता है, तो यह सेरोटोनिन में बदल जाता है। सेरोटोनिन मस्तिष्क में एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो आपके मूड को खुश करने के लिए नियंत्रित करता है।

9. यह सूजन को कम करने में मदद करता है:

केले में बी 6 होता है, जो आपके जोड़ों की सूजन को कम करने में बहुत उपयोगी है। इसके अलावा, वे टाइप II मधुमेह को रोकने में भी मदद करते हैं। सफेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में और आपके तंत्रिका तंत्र को मजबूत करने में भी सहायता करता है ।

10. केला आपकी एनर्जी लेवल को बूस्ट करता है :-

      केला  एक बढियाँ  एनर्जाइज़र हैं, इसलिए उन्हें अक्सर कसरत से पहले सेवन करने की सलाह दी जाती है।

 

Posted by D.R. Singh on Tuesday 26 November 2019
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बॉडी को ट्रांसफॉर्म करने के लिए रोजाना करें ये 5 एक्‍सरसाइज, जानें क्‍या हैं ये

एक्‍सरसाइज करने से न सिर्फ आपकी बॉडी फिट रहती है बल्कि इससे आपको बीमारी  होने की संभावना कम होती हैं। एक्‍सरसाइज करने से मांसपेशियां मजबूत होती हैं साथ ही वजन भी नियंत्रित रहता है। इससे हृदय संबंधी समस्‍याएं भी नहीं होती हैं। 

स्क्वाट

स्क्वाट बहुत ही आसान वर्कआउट है, फिट रहने के लिए आप नियमित रूप से वर्कआउट कर सकते हैं। इससे आपके पूरे शरीर का व्‍यायाम होता है। स्क्वाट ऐसा वर्कआउट है जिसके जरिये बिना उपकरण के आप स्‍ट्रेंथ ट्रेनिंग कर सकते हैं। यानी आप इससे शरीर की मांसपेशियों को मजबूत कर सकते हैं। स्क्वाट को अपने व्‍यायाम में शामिल करें और फिट रहें। स्क्वाट करने के कई फायदे हैं!

इसे करने के लिए दोनों हाथ सामने की ओर खुले रखें, सीधे खड़ें हो और छाती थोड़ी सी बाहर निकालें। अपने घुटनों को मोड़ते हुए ऐसे बैठें जैसे आप किसी कुर्सी पर बैठ रहे हों। अपने घुटनों को पंजों के सामांतर ही रखें। जब तक नीचे झुकें जब तक आपकी जांघें जमीन के समांतर न हो जाएं। ऊपर आते समय सांस छोड़ें। यह बहुत ही आसान है और आसानी से किया भी जा सकता है। इसे आप डम्‍बल के साथ भी कर सकते हैं। 

लन्ज

लांजेज एक स्क्वाट के समान है क्योंकि यह समान मांसपेशियों पर काम करता है जो स्क्वाट करते हैं। लेकिन यह एक एकल पैर व्यायाम है जिसमें आप एक पैर के साथ आगे बढ़ते हैं और अपने शरीर के वजन को उस विशेष पैर पर लोड करते हैं और आप अपनी एड़ी के माध्यम से ड्राइव करते हैं, अपनी एड़ी को जमीन पर धकेलते हैं और अंत में वापस खड़े होने की स्थिति में आते हैं। यह आपके व्यक्तिगत अंग और पूरे निचले शरीर के लिए एक उत्कृष्ट व्यायाम है।

हिन्ज

यह एक्सरसाइज बेंट ओवर रो है। आप इस व्‍यायाम में डंबल का उपयोग कर सकते हैं। इस व्‍यायाम में, आपको अपने पैरों को हिप-चौड़ाई से अलग रखना होगा। सुनिश्चित करें कि आप जमीन के समानांतर अपने धड़ के साथ आगे झुक रहे हैं और अपनी बाहों को घुटनों के समानांतर रखें। व्यायाम करते समय अपने कंधे के ब्लेड को पीछे खींचने की कोशिश करें जब डंबल जांघों के समानांतर आ रहा हो। यह आपकी पूरी पीठ के साथ-साथ बाइसेप्स की मांसपेशियों को मजबूत करेगा।

पुश और पुल 

यह व्‍यायाम धक्‍का देने की एक्टिंग की तरह है। इसमें डम्बल का उपयोग कर सकते हैं। अपनी छाती पर सीधे डम्बल के साथ अपनी पीठ के बल लेट जाएं। अब डम्बल नीचे की ओर यानी ट्राइसेप्‍स के साथ 90 डिग्री का कोण बनाएं। सुनिश्चित करें कि आप अपने कंधों पर बहुत अधिक तनाव न डालें। यह आपके ऊपरी शरीर की मांसपेशियों के लिए सबसे अच्छा व्यायाम है जिसमें आपकी छाती, कंधे और आपकी ट्राइसेप्‍स की मांसपेशियां शामिल हैं।

Posted by D.R. Singh on Tuesday 2 July 2019
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इन 10 कारणों से आपको हमेशा भूख लगती है।

 

एक स्वस्थ मनुष्य के लिए समय पर भूख लगना अच्छी बात है, पर बार-बार भूख लगना बीमारी भी हो सकती है। एक शोध में यह बात सामने आई है कि कुछ विशेष कारणों से हमें बार-बार भूख लगती है और हम उन कारणों को पहचानने के बजाय "ओवर ईटिंग" करने लग जाते हैं, जिससे समस्या खत्म होने के बजाय बढ़ती ही जाती है। इसके बारे में हम यहां विस्‍तार से चर्चा  करेंगें । 

कई लोगों को भोजन करने के बाद भी भूख लगती  है, चाहे वो कितना भी खा चुके हों। ऐसी समस्‍या कई लोगों को होती है, इसके पीछे कुछ कारण होते हैं, तो अगर आप भी उनमें से एक हैं तो उन कारणों के बारे में जानें।

सुबह का नाश्ता  ठीक ढंग से नहीं  करना -

छह से आठ घंटे की नींद के बाद आपके शरीर को फिर से ऊर्जा प्राप्त करने के लिए खाद्य पदार्थ की आवश्यकता होती है। दरअसल सुबह का नाश्ता आपके ब्लड शुगर को स्थिर करता है। जिस कारण आपको दिनभर लगातार भूख की शिकायत नहीं होगी। अगर आप अपने नाश्ते में प्रोटीनयुक्त वस्तुओं को शामिल करते  हैं तो बार-बार भूख लगने वाली समस्या से छुटकारा मिलता है।

अगर आपने हल्‍का नाश्‍ता किया है तो भूख लगना लाजमी है। ब्रेकफास्‍ट हमारे लिए बहुत जरूरी है और इसके बिना हमारा दिन ऊर्जावान नहीं हो सकता है। अगर दिन की शुरूआत में आप अच्‍छा और पौष्टिक आहार का सेवन करते हैं तो आपको दिन भर  खाने का मन नहीं होगा और आपके शरीर में कमजोरी भी नहीं आएगी। लेकिन अगर आपने हल्‍का नाश्‍ता किया है तो तो नाश्‍ता करने के थोड़ी देर बाद आपको फिर भूख लग सकती है।

प्रोटीन और फाइबर की कमी -

हमारे शरीर के लिए फाइबर बहुत जरूरी है। अगर आप अपने खाने में सही मात्रा में प्रोटीन और फाइबर नहीं लेते हैं तो बार-बार भूख का एहसास हो सकता है। सही मात्रा में प्रोटीन और फाइबर न होने पर हर समय भूख का एहसास होता रहता है। जब आप प्रोटीन और फाइबर वाले अच्छे और पौष्टिक भोजन करते है तो आपके पेट से ऐसे हारमोन्‍स निकलते है जो भूख को शांत कर देते है। अगर आप प्रॉपर प्रोटीन और फाइबर डाईट नहीं लेते है तो हर वक्‍त भूख लगना स्‍वाभाविक है। 

 

खाना खाने में जल्‍दबाजी करना -

खाने को सही तरीके से नहीं खाने के कारण भी खाने के बाद भूख लग सकती है। अगर आपको हर समय भूख लगती रहती है और आप जल्‍दी - जल्‍दी खाना खाते है तो ध्‍यान दें और आहिस्‍ता - आहिस्‍ता, चबा  - चबा  कर खाना खाएं । इससे आपका खाना पेट में जाकर अच्‍छी तरह पचेगा और उसके सभी पोषक तत्‍व शरीर को ऊर्जा देगें, जिससे पल - पल पर भूख लगने की समस्‍या दूर हो जाएगी। 

 

पानी कम मात्रा में पीना -

पर्याप्‍त मात्रा में पानी का सेवन हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है। यह भूख शांत करने का सबसे अच्‍छा तरीका है। कई बार शरीर को पर्याप्‍त मात्रा में पानी न मिलने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है, और हम समझ नहीं पाते है कि हमें क्‍या हुआ। हमें लगता है कुछ खा लें तो अच्‍छा लगेगा और खाते रहते हैं। लेकिन वास्‍तव में ऐसा कई बार पानी की कमी से होता है। सर्दियों में पानी की कमी से अक्‍सर यह समस्‍या होती है। इस तरह आपका वजन भी कम हो जाता है और कमजोरी भी हो जाती है।स्वस्थ शरीर के लिए दिन में कम से कम तीन लीटर पानी पीना चाहिए । एक खोज के अनुसार आदमी के शरीर के  अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रति २० किलोग्राम वजन पर एक लीटर पानी पीना चाहिए 

कम नींद लेना -

कहते हैं कि नींद हर मर्ज की दवा होती है। स्वस्थ् आदमी को सात  से आठ घंटे की पर्याप्त नींद लेनी चाहिए सात  से आठ  घंटे की नींद ,न केवल आपको हेल्दी बनाती है बल्कि सुंदर और ऊर्जावान भी बनाती है। आप पर्याप्त नींद नहीं लेंगें  तो शरीर थका हुआ रहेगा और उस थकान को मिटाने के लिए उसे पर्याप्त ऊर्जा की जरूरत होगी, जो भोजन से प्राप्त की जा सकती है। ऊर्जा न होने से ही आपको बार-बार भूख भी लगेगी। एक बार ऊर्जा मिल गई तो आपको बार-बार लगने वाली भूख की समस्या नहीं होगी, क्योंकि भोजन से ही शरीर को ऊर्जा प्राप्त होती है।

पर्याप्त मात्रा में  कैलोरी नहीं लेने से भी बार - बार भूख लगती है -

शरीर को संपूर्ण आहार की जरूरत होती है। ऎसे में फिगर कॉन्शस होकर कई बार लोग  कैलोरी लेस फूड ज्यादा पसंद करते  हैं। ऎसे फूड शरीर के लिए हानिकारक होते हैं। शरीर को  पर्याप्त मात्रा में कैलोरी की उतनी ही जरूरत होती है, जितनी कि अन्य पौष्टिक तत्वों की। अगर आप कैलोरी लेस फूड का सेवन करेंगें  तो शरीर में उसकी कमी बरकरार रहेगी, जिस कारण आपको हमेशा भूख लगती रहेगी।

चाय अधिक  पीने से भी भूख लगती है -

अगर आपको बार-बार चाय पीना पसंद है तो इसके कारण भी भूख का एहसास अधिक होता है। ये बात पूरी तरह से सही है कि ज्‍यादा चाय पीने से भूख मर जाती है लेकिन आपको हमेशा कुछ न कुछ खाने का मन करता है, कुछ हल्‍का सा, कुछ तीखा सा आदि। चाय आपके मूड के खाने के ऑर्डर को असंतुलित  कर देता है। चाय में पाएं जाने वाला निकोटीन, व्‍यक्ति के भूख को अलग तरीके से बढ़ाते हैं, उसे साधारण खाना खाने से ज्‍यादा मसालेदार खाना पसंद आता है। चाय पीने से ब्‍लड शुगर का स्‍तर बढ़ जाता है और आपको कुछ-कुछ खाने में मजा आने लगता है।

सॉफ्ट डिंक और सोडा -

अधिक कोल्‍ड ड्रिंक या सोडा पीने वालों की पाचन क्रिया पभावित होती है और उनको खाने के बाद भी भूख लग सकती है। कई अध्‍ययनों से यह बात साफ हो चुकी है कि जो व्‍यक्ति बहुत ज्‍यादा मात्रा में कोल्‍ड ड्रिंक या सॉफ्ट ड्रिंक पीना पसंद करते हैं, उस कारण से भूख ज्‍यादा लगती है। क्‍योंकि इनमें हाई-फ्रक्‍टोज कॉर्न सीरप की मात्रा ज्‍यादा होती है। इससे रक्‍त का संचार के साथ अन्‍य शारीरिक गतिविधियां बढ़ती हैं और भूख लगती है, जबकि पेट भरा होता है। लैप्टिन नामक हार्मोंस के शरीर में पैदा होने के कारण ऐसा होता है।

बाहर का खाना -

अगर आप घर पर बना हुआ खाना नहीं खाते हैं और अक्‍सर बाहर का खाना खाते हैं तो इसके कारण भी आपको बार-बार भूख लग सकती है। डिब्‍बा बंद सामग्री या पैकेट वाली सामग्री को खाने से आपका पेट भर जाता है लेकिन शरीर की जरूरतें पूरी नहीं होती हैं। इसलिए, बाहर का बना हुआ खाना खाने से बचें और घर पर ही कुछ बनाकर खाएं।

दूसरी समस्‍याओं के कारण -

बार-बार लगने वाली भूख की समस्या अगर वाकई खत्म नहीं हो रही है तो फिर आपको एक बार अच्छे डॉक्टर से सलाह जरूर लेना चाहिये । क्या पता किसी बीमारी आदि की वजह से आपको यह समस्या हो रही हो। कई बार डायबिटीज जैसी बीमारियों के शुरूआती चरण के दौरान बार-बार भूख लगने की समस्या को देखा जाता है। इसलिए बिना देर किए  चिकित्सक की सलाह  अवश्य लें ।

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  • Disclaimer +

    इस जानकारी की सटीकता , समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर संभव प्रयास किया गया है । इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेखक की नहीं है। इस लेख में उपलब्ध  सभी साम्रगी केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गई है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकिस्तक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्येश्य आपको रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारी मुहैया कराना मात्र है। आपका चिकिस्तक आपकी सेहत के बारे में बेहतर जानता है और उसकी सलाह का कोई विकल्‍प नहीं है। 
Posted by D.R. Singh on Sunday 30 June 2019
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यदि वजन कम करना चाहते हैं और सेहतमंद रहना चाहते हैं तो अपनाएं यह दिनचर्या

अगर आप स्‍वस्‍थ और सेहतमंद रहने के साथ अपना वजन कम करना चाहते हैं, तो आपके जरूरी है कि आपके खानपान में सभी पौष्टिक तत्‍व मौजूद हों यानि कि आपको एक परफेक्‍ट डाइट चार्ट की जरूरत होती है। सिर्फ व्‍यायाम और खाना छोड़ देने से आपका वजन कम नहीं होता, बल्कि आपका शरीर अंदर से कमजोर हो जाता है। यदि आप वजन कम करने का प्रयास करते हैं, तो अपने आहार में हेल्‍दी चीजें शामिल करना बेहद जरूरी है। जिनसे आपके शरीर को सभी पोषक तत्‍व जैसे प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, विटामिन्‍स और मिनरल्‍स मिलें। इससे आपको हेल्‍दी तरीके से वजन कम करने के साथ सेहतमंद रहने में मदद मिलेगी। 

अधिकतर लोगों को लगता है कि कम खाने या खाना छोड़ देने और जिम जाने से ही वजन कम होता है । जबकि वजन कम करने के लिए यह जानना जरूरी है कि आपको क्‍या खाना चाहिए और क्‍या नहीं। इसके अलावा एक बार खाने के बजाए थोड़ी-थोड़ी देर में खायें और कम मात्रा में खाएं। जिससे हेल्‍दी तरीके से वजन कम करने में मदद मिलेगी। आइए आपको बताते है कि वजन कम करने के लिए आपकी आहार योजना कैसी होनी चाहिए। 

 

 

खाना नहीं छोड़ें

 

 

अगर आप वजन घटाना चाहते हैं तो खाना नहीं छोड़ें। दिन भर में तीन बार भोजन जरूर करें। ब्रेकफास्ट, लंच व डिनर में से किसी एक को छोड़ने का नतीजा यह होगा कि आप अगली बार ज्यादा खाएंगे जो कि सही नहीं है।

 

 

नाश्ता जरूरी है

 

 

वजन घटाने के लिए अक्सर लोग नाश्ता  नहीं करते हैं जो कि गलत है। दिन भर के क्रिया कलापों के लिए आपको शरीर को ऊर्जा की जरूरत होती है जो कि बिना नाश्ते  के संभव नहीं है। नाश्ते में हमेशा एक ही चीज नहीं खानी चाहिए बल्कि इसे बदलते रहना चाहिए। कभी दूध के साथ दलिया ले सकते हैं तो कभी वेज सैंडविच तो कभी पोहा या उपमा ले सकते हैं।

 

कैसा हो लंच

 

दोपहर के भोजन में हरी सब्जी, रोटी, ताजा दही या छाछ, छिलके वाली दाल के साथ चावल ले सकते हैं। खाने के साथ हरी चटनी भोजन में मल्टीविटामिन्स की कमी को पूरा करती है।

 

जल्द करें डिनर

 

रात का खाना सुपाच्य व हल्का होना चाहिए। डिनर रात को सोने से दो या ढाई घंटे पहले कर लेना चाहिए। इससे खाने को पचने का पर्याप्त समय मिलता है। रात में दाल , राजमा , चावल के सेवन से बचें क्योंकि ये आसानी से पचती नहीं हैं।

 

स्नैक्स

 

खाने के बीच में भूख लगने पर कुछ हेल्दी स्नैक्स लें जैसे चिवड़ा , पोहा , ढोकला , सलाद , स्प्राउट्स, फल या सलाद खा सकते हैं।

 

मौसमी फल और सब्जियों का सेवन

 

हर मौसम के फल व सब्जियां अलग होती हैं। इसलिए अपनी आहार योजना में मौसमी फल और सब्जियों का प्रयोग करें। जूस की जगह साबुत फल खाना ज्यादा अच्छा होता है। हर सब्जियों में अलग- अलग पोषक तत्व मिलते हैं।

 

बिना फैट वाले डेयरी उत्पाद अपनाएं

 

वजन घटाने के लिए फैट बढ़ाने वाली चीजों से बचें। टोन्ड दूध में फैट नहीं होता आप चाहें तो नियमित रुप से इसे पी सकते हैं। टोन्ड दूध मलाई हटाने के बाद आप दही जमाने के लिए भी इसका प्रयोग कर सकते हैं।

 

पानी की कमी से बचें

 

दिन भर में 3- 4 लीटर पानी व तरल पदार्थ लें। पानी न सिर्फ फैट कम करता है , बल्कि शरीर से जहरीले तत्वों को भी निकालता है। यह भूख कम करता है और कब्ज रोकता है। पीनी के अलावा नारियल पानी , फलों का  जूस , सूप , नींबू पानी या छाछ का प्रयोग भी कर सकते हैं।

 

 

Posted by D.R. Singh on Sunday 30 June 2019
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हर रोज़ एक सेब खाएं और अपनी याददास्त बढ़ाएं !

 

 हर रोज़ एक सेब खाएं और अपनी याददास्त बढ़ाएं !

 

हम बचपन से ही सुनते आए हैं कि दिन का एक सेब आपको डॉक्टर से दूर रख सकता है। सेब के फायदों के बारे में हम सभी जानते हैं।

लेकिन इसका एक फायदा ऐसा भी है जिसके बारे में शायद ही आप जानते हों। सेब खाने से आपकी मेमरी यानी याददास्त बेहतर हो

जाती है।

शरीर में फ्री रेडिकल्स हमारे मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है जिससे कि संज्ञानात्मक विकास अवरूद्ध हो सकता

है। सेब के छिलके में उच्च मात्रा में केर्सेटिन (quercetin) होता है। ये एक ऐसा एंटीऑक्सीडेंट है जो दिमाग को सूजन से बचाता है और

याद्दाश्त को बेहतर बनाता है। ये एंटीऑक्सीडेंट दिमाग को सक्रिय भी रखता है। सेब में मौजूद पोषक तत्व डिमेंशिया और अल्जाइमर

जैसी बीमारियों का जोखिम कम करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

सेब का जूस पीने से याद्दाश्त तेज़ होती है। ये असितोकोलीन (acetylcholine) नाम के न्यूरोट्रांसमिटर को बढ़ावा देता है। सेब का जूस

पीने से ये दिमाग के ऑक्सीडेटिव (oxidative) क्षति को होने से बचाता है। इसलिए, सिर्फ स्वस्थ रहने के लिए ही नहीं, दिमागी रूप से

स्वस्थ रहने के लिए भी हर रोज़ एक सेब जरूर खाएं!

 

इन 10 कारणों से आपकी सेहत के लिए फायदेमंद है सेब

 

health-benefits-of-apples in Hindi

1) दिल को रखे दुरुस्त

सेब में पेक्टिन (Pectin) नाम का एक ऐसा फाइबर होता है जो कोलेस्ट्रॉल को अवशोषित करने में मदद करता है और इस तरह

धमनियां अवरोधित होने से बच जाती हैं। इस फल में बहुत अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं जो खराब कोलेस्ट्रोल से

लड़कर दिल को स्वस्थ रखते हैं।

2) स्ट्रोक का जोखिम कम करे

डच के कुछ शोधकर्ताओं द्वारा की गई एक शोध में ये बात सामने आई कि जो लोग एक दिन में 171 ग्राम सेब खाते हैं उनको 78 ग्राम

या उससे कम सेब खाने वाले लोगों की तुलना में स्ट्रोक का जोखिम 52% होता है।

3) दांतों को बनाए सफेद

कोई नहीं चाहता कि उसके दांत पीले या धब्बेदार दिखें लेकिन डेंटिस्ट के पास जाने का खर्चा भी कोई नहीं करना चाहता। इसलिए

आपको अपने दांत सफेद बनाने के लिए सेब खाने चाहिए। सेब में मौजूद अब्रेसिव (abrasive) यानि अपघर्षक गुण दातों के धब्बों से

लड़ने में मदद करते हैं और उन्हें सफेद रखते हैं।

4) चेहरे पर ग्लो का कारण

सेब खाना आपकी त्वचा के लिए बहुत लाभकारी होता है। इसनें विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं जो कि बढ़ती उम्र के

निशानियों को दूर करके आपकी त्वचा को ग्लोइंग बनाते हैं।

5) वज़न घटाता है

खाना खाने से पहले एक सेब खाने से आपका वज़न कम होता है। सेब में फैट या सोडियम नहीं होता, बस 50-60 कैलोरी होती हैं।

उसके फाइबर तत्वों के कारण सेब खाने के बाद आपको पेट भरा-भरा महसूस होता है। ब्राज़ील में हुए एक शोध में ये भी पाया गया कि

जो महिलाएं खाने से पहले सेब खाती हैं वो फल न खाने वाली महिलाओं की तुलना में 33% अधिक वज़न घटाती हैं।

6) कैंसर से लड़ने वाला

खाने की बुरी आदतें और निष्क्रिय जीवनशैली कैंसर का जोखिम बढ़ा देती है। ऐसे में सेब आपको कैंसर से बचा सकता है। सेब के

छिलके में मौजूद फ्लेवोनॉइड्स (flavonoids) नाम का केमिकल आपकी कैंसर से रक्षा करता है। इसलिए सेब हमेशा छिलकों के साथ

ही खाएं।

7) दस्त व कब्ज़ दोनों में राहत

जी हां, दस्त और कब्ज़ दोनों ही पेट की बहुत अलग-अलग बीमारियां हैं लेकिन सेब दोनों में असरदार साबित होता है। सेब में मौजूद

फाइबर आपकी पाचन क्रिया को बेहतर करके कब्ज़ को दूर करता है। वहीं, दस्त होने पर ये अत्यधिक पानी को अवशोषित करके राहत

देता है।

8) इम्यूनिटी बढ़ाता है

सेब में बहुत सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जिसकी वजह से इम्यून सिस्टम बेहतर होता है और आप इंफेक्शन से बचे रहते हैं।

कर्सेटिन (quercetin) नाम का फ्लेवोनॉइड खासतौर पर इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करता है।

9) एक्सरसाइज़ को बनाए प्रभावी

बहुत से लोग इस बात को लेकर परेशान रहते हैं कि एक्सरसाइज से पहले क्या खाना चाहिए। ऐसे में सेब खाना एक बहुत अच्छा

विकल्प साबित हो सकता है। ये देखा गया है कि सेब फेफड़ों को ऑक्सीजन पहुंचाकर एक्सरसाइज़ के लिए सहनशीलता (या स्थिरता)

बढ़ाता है।

10) याददास्त तेज़ करता है

रोज़ एक सेब खाने से एसेटाइकोलाइन (acetylcholine) कहलाने वाले एक न्यूरोट्रांसमिटर (neurotransmitter) की कमी रूकती है,

जिससे की याद्दाश्त तेज़ रहती है। एक शोध में ये भी पाया गया कि अल्ज़ाइमर के मरीज़ों को भी सेब खाने से फायदा पहुंचा है।

 

ऊपर बताए गए सेब के सभी फायदे उसे एक बहुत अच्छा फल साबित करते हैं। इसलिए अब जब भी बाज़ार जाएं बिना ज्यादा सोचे

अपने और अपने परिवार के लिए सेब ज़रूर लेते आएं।

 

 

Posted by D.R. Singh on Sunday 30 June 2019
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